अंगदान को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। वर्ष 2013 में हमारे देश में अंगदान के 5 हजार से भी कम मामले थे, लेकिन 2022 में यह संख्या बढ़कर 15 हजार से अधिक हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात में देशवासियों के साथ यह बात कही थी।
पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 99वें एपिसोड को संबोधित कीया था। उन्होंने कहा की, आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के इस दौर में अंगदान किसी को जीवनदान देने का एक बेहतरीन जरिया बन गया है। कहा जाता है कि मरने के बाद जब एक व्यक्ति अपना शरीर दान करता है तो इससे 8 से 9 लोगों को नया जीवन पाने का मौका मिलता है।
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में परोपकार का भाव इतना ऊंचा है कि दूसरों की खुशी के लिए लोग अपना सब कुछ दान करने से नहीं हिचकिचाते। उन्होंने कहा की, बचपन से ही शिव और दधीचि जैसी देहदानियों की कहानियां सुनाई जाती हैं।
अंग दान करने वाले लोगों ने, उनके परिवारों ने वाकई बहुत बड़ा काम किया
पीएम मोदी ने कहा कि यह संतोष की बात है कि आज देश में अंगदान को लेकर जागरूकता बढ़ रही है। वर्ष 2013 में हमारे देश में अंगदान के 5 हजार से भी कम मामले थे, लेकिन 2022 में यह संख्या बढ़कर 15 हजार से अधिक हो जाएगी। अंग दान करने वाले लोगों ने, उनके परिवारों ने वाकई बहुत बड़ा काम किया है। हमारे देश में आज बड़ी संख्या में जरूरतमंद लोग हैं जो स्वस्थ जीवन की उम्मीद में अंगदान का इंतजार कर रहे हैं। मुझे संतोष है कि अंगदान को सुविधाजनक बनाने और प्रोत्साहित करने के लिए देश भर में एक समान नीति पर भी काम किया जा रहा है।
नवरात्रि का समय है, शक्ति की आराधना का समय है
पीएम मोदी ने कहा कि ये नवरात्रि का समय है, शक्ति की आराधना का समय है। आज भारत एक नई शक्ति के रूप में उभर रहा है, हमारी नारी शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है। फिलहाल ऐसे कई उदाहरण हमारे सामने आए हैं। एशिया की पहली महिला पायलट सुरेखा यादव को तो आपने सोशल मीडिया पर देखा ही होगा। वंदे भारत एक्सप्रेस के पहले पायलट बनने के साथ सुरेखा ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया।